कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के बीच झड़प का वीडियो सामने आया है जिसे लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। यह घटना बीते 4 अप्रैल की चुनाव आयोग के मुख्यालय की बताई जा रही है, जहां टीएमसी सांसदों की एक टीम अपनी मांगें लेकर पहुंची थी। भाजपा की ओर से टीएमसी नेताओ के वीडियो और व्हाट्सएप चैट्स लीक किए गए हैं। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इन लीक कंटेंट्स को एक्स पर शेयर किया और टीएमसी के भीतर आंतरिक कलह का दावा किया है।
अमित मालवीय ने मंगलवार को को एक्स पर पोस्ट किया, '4 अप्रैल 2025 को चुनाव आयोग में दो टीएमसी सांसदों के बीच झगड़ा हुआ। पार्टी ने अपने सांसदों को संसद कार्यालय में मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर करने के लिए इकट्ठा होने का निर्देश दिया था, लेकिन एक सांसद इसे छोड़कर सीधे ईसीआई पहुंच गए। इससे दूसरा सांसद नाराज हो गया और दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।' उन्होंने कहा कि यह मामला टीएमसी चीफ ममता बनर्जी तक पहुंचा, जिन्होंने दोनों को शांत रहने को कहा है। लेकिन झगड़ा AITC MP 2024 व्हाट्सएप ग्रुप में भी जारी रहा, जहां एक ‘वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी’ का जिक्र हुआ। यह रहस्य अभी अनसुलझा है।
कल्याण बनर्जी ने खूब सुनाया
व्हाट्सएप चैट में कल्याण बनर्जी ने एक मैसेज में कोलकाता पहुंच जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे गिरफ्तार करने के लिए अपनी बीएसएफ और दिल्ली पुलिस को भेजें। आपके गृह मंत्रालय का संबंध बहुत मजबूत अंतरराष्ट्रीय महान महिला से है।’ बनर्जी ने एक अन्य संदेश में कहा, ‘आज मैं उन सज्जन को बधाई देता हूं, जिन्होंने बहुमुखी प्रतिभा की धनी अंतरराष्ट्रीय महिला की सुंदर गतिविधियों का खुलासा किया। उस दिन उसका एक भी मित्र उसके पीछे नहीं खड़ा था। यह मूर्ख व्यक्ति, जिसे वह बीएसएफ की ओर से गिरफ्तार करना चाहती थी, उसके पीछे खड़ा था। आज निश्चित रूप से 30 साल का प्रसिद्ध खिलाड़ी मुझे गिरफ्तार करवाने के लिए उसके पीछे खड़ा था।’
कीर्ति आजाद भी निशाने पर
जवाब में कीर्ति आजाद ने कल्याण बनर्जी से कहा कि वह नाबालिग अपराधी की तरह व्यवहार न करें। उन्होंने लिखा, ‘मेरा आपसे कोई झगड़ा नहीं है। केवल राजनीति में नहीं, मैं आपसे उम्र में वरिष्ठ होने के नाते विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि आप सभी को साथ लेकर चलें। अपना बचकाना और सनकी व्यवहार बंद करें। वयस्कों की तरह व्यवहार करें। किसी को भड़काएं नहीं। ठंडे दिमाग से सोचें। शुभ रात्रि।’ कल्याण बनर्जी ने इसके बाद भी आजाद पर कुछ और हमले करते हुए उन्हें आंतरिक राजनीति का कप्तान बताया। बनर्जी ने मैसेज में लिखा, ‘आपकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि आप क्रिकेट में चुनाव हार गए। मुझे दिखाइए कि आप अपने दोस्त के लिए मुझे गिरफ्तार करवा सकते हैं। चिंता मत कीजिए, मैं दुर्गापुर जाऊंगा और आपकी कलई खोलूंगा।’
घटना पर टीएमसी का क्या आया बयान
भाजपा नेता ने एक और पोस्ट में लिखा, 'चुनाव आयोग में झगड़े के बाद एक सांसद ने ‘वर्सेटाइल इंटरनेशनल लेडी’ की निंदा जारी रखी। यह किंवदंतियों जैसा है!' टीएमसी की ओर से सांसद सौगत रॉय ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'व्हाट्सएप चैट्स का लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। कल्याण बनर्जी की भाषा शर्मनाक थी। यह नहीं होना चाहिए था। हर पार्टी को अपनी आंतरिक गोपनीयता बनाए रखनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि पार्टी नेतृत्व इस पर संज्ञान लेगा।' रॉय ने कल्याण बनर्जी के व्यवहार को तीसरे दर्जे का करार देते हुए उनकी आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि चैट्स सचमुच हुई थीं या नहीं। इस घटना ने टीएमसी की एकता पर सवाल उठाए हैं और बीजेपी को ममता बनर्जी की पार्टी पर हमला करने का मौका दिया है।